रांची। उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में सोमवार को संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय क्षमता की झलक देखने को मिली। नामकुम की शांति देवी अपने 100 प्रतिशत दिव्यांग बच्चे के साथ समस्या लेकर पहुंचीं। उपायुक्त को जैसे ही जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत बच्चे के लिए ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मौके पर ही संबंधित विभाग द्वारा बच्चे को ट्राईसाइकिल सौंप दी गई। साथ ही, शांति देवी के लिए मंईयां सम्मान योजना और बच्चे के लिए दिव्यांग पेंशन की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया। जनता दरबार में बड़ी संख्या में फरियादी जमीन विवाद, पेंशन, राशन, शिक्षा व अन्य समस्याओं से संबंधित आवेदन लेकर पहुंचे। उपायुक्त ने सभी आवेदनों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। भूमि विवाद मामलों में उपायुक्त ने अंचलाधिकारियों से फोन पर सीधे अद्यतन जानकारी ली और पारदर्शी निष्पादन सुनिश्चित करने को कहा। वहीं, नामकुम अंचल की संगीता देवी की दाखिल-खारिज संबंधी शिकायत पर उपायुक्त ने सीओ से बात की। सीओ ने कर्मचारी की लापरवाही की पुष्टि की, जिस पर उपायुक्त ने संबंधित कर्मचारी पर नियमसंगत कार्रवाई का आदेश दिया। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और राशन से जुड़ी शिकायतों पर भी त्वरित निर्देश दिए गए। रेल हादसे में दोनों पैर गंवाने वाले एक युवक की शिकायत पर उपायुक्त ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को तत्काल उसका पीला राशन कार्ड बनाने का आदेश दिया। उपायुक्त भजन्त्री ने कहा, “जनता दरबार आम नागरिकों को प्रशासन से सीधे जुड़ने का सशक्त माध्यम है। यहां हर व्यक्ति की समस्या को गंभीरता से सुना जाता है और उसका समाधान समयबद्ध ढंग से सुनिश्चित किया जाता है।”
