हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग जिले की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो खुद को एंटी करप्शन एवं क्राइम ब्यूरो (एसीबी) का पदाधिकारी बताकर मेडिकल दुकानदारों से अवैध वसूली कर रहा था। गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के लोग ग्रामीण इलाकों की मेडिकल दुकानों में छापेमारी का नाटक रचकर दुकानदारों को डराते और लाइसेंस चेकिंग के नाम पर मोटी रकम वसूलते थे। हजारीबाग के एडिशनल एसपी अमित कुमार ने गुरुवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। बताया गया कि 10 सितंबर की शाम कटकमसांडी थाना क्षेत्र के ग्राम डाटो खुर्द में स्कॉर्पियो पर सवार चार युवक मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। सभी ने फॉर्मल कपड़े पहन रखे थे, गले में एसीबी का आईडी कार्ड लटका था और पैरों में पुलिस की तरह लाल जूते पहन रखे थे। उन्होंने वाहन पर “एंटी करप्शन ब्यूरो” का बोर्ड भी लगा था। आरोपियों ने लाइसेंस चेकिंग के नाम पर दुकानदारों से 10-10 हजार रुपये वसूल लिए। ग्रामीणों को जब शक हुआ तो उन्होंने स्कॉर्पियो को घेर लिया और तत्काल कटकमसांडी थाना को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और चारों फर्जी अफसरों को धर दबोचा। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से स्कॉर्पियो गाड़ी, एसीबी का नकली बोर्ड, चार डुप्लीकेट आईडी कार्ड, पुलिस के चार जोड़ी जूते, एक मुहर और 2500 रुपये नकद बरामद किया। गिरफ्तार आरोपियों में नंदुवीर राम, महेश कुमार पासवान,आयोध्या नारायण पासवान और धनेश्वर राम हैं। ये सभी लोग हजारीबाग और चतरा जिले के अलग-अलग गांवों के रहनेवाले हैं। आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई से ग्रामीणों और व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। लोगों का कहना है कि ऐसे गिरोह लंबे समय से सक्रिय हैं और दुकानदारों को डरा-धमकाकर पैसे ऐंठते हैं।
