बरहरवा: बरहरवा रेल पुलिस ने रेलवे स्टेशन परिसर से चार लाख बारह हजार पाँच सौ रुपये के जाली नोट बरामद करते हुए दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। पुलिस एक अन्य व्यक्ति से पूछताछ कर रही है।
संवाददाता सन्नी भगत के अनुसार, बरहरवा रेलवे स्टेशन पर झारखंड और पंजाब से जुड़े जाली नोटों के कारोबार का बड़ा खुलासा हुआ है। जीआरपी धनबाद रेलवे पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि दो संदिग्ध व्यक्ति अवैध जाली नोट लेकर बरहरवा स्टेशन टिकट काउंटर के आसपास घूम रहे हैं और ट्रेन पकड़ने की फिराक में हैं।
इस सूचना के आधार पर, बरहरवा रेल थाना जीआरपी और रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक पुलिस टीम गठित की और पूरे स्टेशन परिसर में संदिग्धों की तलाशी शुरू कर दी। तलाशी अभियान के दौरान, टिकट काउंटर के पास से दो संदिग्ध व्यक्ति पिठु बैग के साथ गुजरते हुए पकड़े गए। पूछताछ और बैग की तलाशी में, दोनों व्यक्तियों के बैग से चार लाख बारह हजार पाँच सौ रुपये के जाली नोट और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए।
रेलवे पुलिस ने मौके पर ही दोनों व्यक्तियों, तीर्थ सिंह (41 वर्ष) और इंद्रप्रीत सिंह (42 वर्ष), निवासी लुधियाना, पंजाब, को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि ये जाली नोट का कारोबार फरक्का और बरहरवा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव से तीसरी बार हो रहा था। गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्ति पंजाब के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पुलिस ने उनके पास से बिहार के पटना तक के जनरल टिकट भी बरामद किए हैं, जिससे पता चलता है कि वे बरहरवा से पटना जाने की फिराक में थे। रेलवे पुलिस ने दोनों संदिग्धों को जेल भेज दिया है।
बरहरवा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर से एक व्यक्ति हिरासत में, पूछताछ जारी:
मामले को लेकर बरहरवा रेल पुलिस ने बताया कि बरहरवा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर के नयाटोला से कालू घोष को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, बंगाल के पिल्लू घोष द्वारा मिर्जापुर के कालू घोष के घर पर नोटों की डिलीवरी ली गई थी, और फिर अहले सुबह पिल्लू घोष, तीर्थ सिंह और इंद्रप्रीत सिंह को बरहरवा स्टेशन तक छोड़कर गया था। हालांकि, पिल्लू घोष की गिरफ्तारी के लिए बंगाल पुलिस भी छापेमारी कर रही है और अभी तक वह पुलिस के हाथ नहीं आया है।
इस पूरे प्रकरण और काले कारोबार के तार कहां तक जुड़े हैं, इसका खुलासा जल्द होने की उम्मीद है। अब तक पश्चिम बंगाल के फरक्का, बरहरवा के मिर्जापुर और पंजाब तक की तस्वीर साफ हुई है।
