श्रीनगर: श्रीनगर के लिडवास इलाके में सोमवार को भारतीय सेना ने एक बड़े ऑपरेशन में तीन पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों में पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा भी शामिल था। सेना ने ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत यह कार्रवाई की। चिनार कॉर्प्स ने इसकी पुष्टि एक्स (पूर्व ट्विटर) पर की है। सेना के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब 11 बजे खुफिया सूचना के आधार पर इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। कुछ देर बाद फायरिंग की आवाजें सुनाई दीं। सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में तीनों आतंकी मारे गए। मारे गए आतंकियों के पास से अमेरिकी एम-4 कार्बाइन, एके-47, 17 राइफलें, ग्रेनेड और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। मारे गए दो अन्य आतंकियों के नाम हाशिम मूसा के साथ जिबरान और हमजा अफगानी बताए जा रहे हैं। हालांकि सेना की ओर से इनकी पहचान को लेकर आधिकारिक पुष्टि बाकी है। अधिकारियों के मुताबिक, अभियान को 24 राष्ट्रीय राइफल (आरआर) और 4 पैरा यूनिट के जवानों ने अंजाम दिया। 22 अप्रैल को बायसरन घाटी (पहलगाम) में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। आतंकियों ने धार्मिक पहचान के आधार पर पर्यटकों को चुन-चुनकर निशाना बनाया था। हमले में 16 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। जांच में तीन आतंकियों के नाम सामने आए थे — अनंतनाग का आदिल हुसैन ठोकर, पाकिस्तान के हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान और अली उर्फ तल्हा भाई। मूसा पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) का पूर्व कमांडो था। एनआईए ने कुछ दिन पहले दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उनसे मिली जानकारी के आधार पर ही हाशिम तक पहुंचा गया या नहीं। हाशिम और अली पर 20-20 लाख का इनाम भी घोषित था। हाशिम मूसा पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ काम कर रहा था। उसको लश्कर के आकाओं ने गैर-कश्मीरी लोगों और सुरक्षा बलों पर हमले करने के लिए एक खास मिशन पर कश्मीर भेजा था। तब यह आशंका जताई गई थी कि पाकिस्तान के विशेष सेवा बलों (एसएसजी) की तरफ से ही लश्कर को आतंकी हमले के लिए मूसा का नाम सुझाया गया और वह भारत पर हमले का मास्टरमाइंड रहा। सेना मंगलवार को ऑपरेशन महादेव की पूरी जानकारी साझा कर सकती है। इलाके में सुरक्षा और सतर्कता और बढ़ा दी गई है।
