नई दिल्ली : भारत के रणनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील चिकन नेक इलाके के पास एक नई चुनौती उभर कर सामने आई है। बांग्लादेश के लालमोनिरहाट जिले में चीन एक एयरफील्ड बनाने की योजना पर काम कर रहा है, जिसकी जानकारी भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को मिली है। यह जिला पश्चिम बंगाल के कूचबिहार और जलपाईगुड़ी जिलों से सटा हुआ है, जो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को शेष भारत से जोड़ने वाले चिकन नेक (सिलीगुड़ी कॉरिडोर) के करीब है। इस घटनाक्रम से भारत की सुरक्षा और कनेक्टिविटी को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
चिकन नेक, पश्चिम बंगाल में 20-22 किलोमीटर चौड़ा एक संकरा गलियारा है, जो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को मुख्य भूभाग से जोड़ता है। यह इलाका नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और चीन जैसे देशों की सीमाओं से घिरा हुआ है, जिसके चलते यह रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील है। विशेषज्ञों का कहना है कि बांग्लादेश में चीनी एयरफील्ड बनने से भारत की पूर्वी सीमा, खासकर सिक्किम और पश्चिम बंगाल, पर सीधा खतरा मंडरा सकता है।
चिकन नेक इलाके पर चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की लंबे समय से नजर रही है। 2017 में डोकलाम विवाद के दौरान भी चीन ने भूटान में सड़क निर्माण की कोशिश की थी, जिसका मकसद चिकन नेक की सुरक्षा को कमजोर करना था। तब भारतीय सेना ने मजबूती से इसका जवाब दिया था। इसके अलावा, इस इलाके में जनसांख्यिकीय संतुलन में बदलाव और अवैध घुसपैठ ने भी भारत की सुरक्षा चिंताओं को बढ़ाया है।
हालांकि भारतीय सेना इस इलाके में पहले से ही मजबूत उपस्थिति रखती है, लेकिन अब इसे और सुदृढ़ करने की जरूरत महसूस की जा रही है। हाल ही में भारत के रक्षा प्रमुख जनरल अनिल चौहान ने उत्तरी बंगाल का दौरा कर वहां की सैन्य तैयारियों का जायजा लिया थाl
