देवघर : जिले के सभी अंचलों में प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित किए जा रहे राजस्व विशेष शिविरों में आमजन बड़ी संख्या में पहुँच रहे हैं। प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे इस विशेष अभियान का उद्देश्य है कि लोगों की भूमि से संबंधित समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके और आम नागरिकों को सरकारी सेवाओं का लाभ आसानी से मिल सके।
प्रत्येक अंचल कार्यालय में आयोजित इन शिविरों में लगान भुगतान, रसीद निर्गमन, म्युटेशन (उत्तराधिकारी नामांतरण), रेंट रसीद तथा अन्य भूमि विवादों का निपटारा किया जा रहा है। ग्रामीण अंचलों से आए लोग अपनी समस्याओं को लेकर इन शिविरों में पहुँच रहे हैं और अधिकांश मामलों का समाधान मौके पर ही किया जा रहा है। इससे न केवल लोगों को राहत मिली है, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था पर भी आम जनता का विश्वास बढ़ा है।
शिविरों में अंचल अधिकारी, राजस्व कर्मचारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहकर समस्याओं की सुनवाई कर रहे हैं। इसके साथ ही मौके पर ही दस्तावेजों की जाँच कर रसीदें प्रदान की जा रही हैं। इस व्यवस्था से लोगों को बार-बार कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं। शिविर में मौजूद कर्मी भी तत्परता के साथ कार्य कर रहे हैं ताकि किसी को असुविधा न हो।
कई वर्षों से लंबित चल रहे म्युटेशन के मामले भी इन शिविरों में निपटाए जा रहे हैं। नागरिकों को अब अपने नाम से भूमि दर्ज कराने के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। राजस्व विभाग की इस पहल से पारदर्शिता में भी वृद्धि हुई है और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में सहायता मिली है।
अनेक ग्रामीणों ने प्रशासन की इस पहल की सराहना करते हुए बताया कि पहले उन्हें छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर भी कई बार अंचल कार्यालय जाना पड़ता था, लेकिन अब एक ही स्थान पर सभी समस्याओं का समाधान मिल रहा है। इससे समय और धन दोनों की बचत हो रही है।
प्रशासन का कहना है कि यह शिविर लगातार आगे भी लगाए जाएंगे और इस प्रक्रिया को और अधिक सरल व तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जाएगा। नागरिकों से भी अनुरोध किया गया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शिविरों में पहुँचें और अपने लंबित मामलों का समाधान कराएँ।
इस विशेष राजस्व शिविर अभियान से साफ हो गया है कि प्रशासन आमजन के हितों को लेकर सजग है और सरकारी सेवाओं को ज़मीनी स्तर पर पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है। जनता की भागीदारी और विश्वास से यह पहल और अधिक सफल होती जा रही है।
