सिकटी: राजद द्वारा 22 मार्च 2025 को सीमांचल के बायसी प्रखंड अन्तर्गत बेलगच्छी में आयोजित होने वाली दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम को लेकर सिकटी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व राजद प्रत्याशी सह अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. शत्रुघ्न मंडल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल सीमांचल बल्कि पूरे बिहार और देश में गंगा-जमुना तहजीब, आपसी भाईचारे, और शांति का एक मजबूत संदेश देगा। इस इफ्तार कार्यक्रम में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। डॉ. शत्रुघ्न मंडल ने इस आयोजन को बिहार में सामाजिक एकता, धार्मिक सहिष्णुता और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
कार्यक्रम में तेजस्वी यादव की उपस्थिति
डॉ. शत्रुघ्न मंडल ने बताया कि दावत-ए-इफ्तार में तेजस्वी यादव का आना न केवल एक धार्मिक आयोजन होगा, बल्कि यह युवाओं, महिलाओं, दलितों, वंचितों और शोषित वर्ग के लिए एक सशक्त संदेश होगा। उनके नेतृत्व में राजद हमेशा गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के हक की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव का बिहार के भावी मुख्यमंत्री के रूप में यह कदम समाज में न्याय, समानता और भाईचारे के संदेश को और भी मजबूत करेगा।
धार्मिक और सामाजिक एकता का प्रतीक
राजद के इस आयोजन में सीमांचल के विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के हजारों लोग शामिल होंगे, जिससे यह एक विशाल मंच बनेगा, जो गंगा-जमुना तहजीब और हिन्दू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामाजिक समरसता की मिसाल प्रस्तुत करेगा। डॉ. शत्रुघ्न मंडल ने यह कहा कि यह आयोजन एक ऐसा प्रतीक बनेगा, जो बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धारा और सदियों से चली आ रही धार्मिक और सामाजिक सौहार्द की शक्ति को प्रदर्शित करेगा।
राजद का उद्देश्य और दृष्टिकोण
राजद की इस पहल का उद्देश्य केवल एक धार्मिक आयोजन आयोजित करना नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग, विशेषकर उन लोगों के लिए है जो शोषित, वंचित और सामाजिक-आर्थिक दृष्टि से पिछड़े हुए हैं। यह आयोजन बिहार में धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक एकता और आम जनता के साथ राजद की प्रतिबद्धता को उजागर करेगा।
आयोजन के महत्व पर डॉ. शत्रुघ्न मंडल की बातें
डॉ. शत्रुघ्न मंडल ने इस आयोजन को लेकर अपनी बातों को साझा करते हुए कहा कि यह दावत-ए-इफ्तार बिहार की जनता को एकजुट करने, विभिन्न समुदायों के बीच सामंजस्य स्थापित करने और उनके बीच एकता की भावना को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम राज्य में विकास, शांति और सामाजिक न्याय की दिशा में एक नई शुरुआत हो सकती है, जो बिहार के हर वर्ग को समान अधिकार और अवसर प्रदान करेगा।
राजद की दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम बिहार में गंगा-जमुना तहजीब को बढ़ावा देने और आपसी भाईचारे को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह आयोजन समाज के हर वर्ग के लिए एकजुटता और समर्पण का प्रतीक बनेगा और बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने में मदद करेगा।
