देवघर,— झारखंड सरकार ने राज्य के धार्मिक और पर्यटन नगरी देवघर को एक आधुनिक और पर्यावरण अनुकूल स्मार्ट सिटी में तब्दील करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली सरकार ने देवघर में 500 एकड़ भूमि पर एक ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी बसाने का फैसला लिया है, जो न केवल टेक्नोलॉजी से लैस होगी बल्कि पूरी तरह से ईको-फ्रेंडली भी होगी।
नगर विकास विभाग इस महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने की जिम्मेदारी निभाएगा। जिला प्रशासन द्वारा जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और जल्द ही इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को सौंपा जाएगा।
इस स्मार्ट सिटी में सभी आवश्यक और अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद होंगी। इसमें शानदार आवासीय कॉलोनियां, सामुदायिक केंद्र, उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे, और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए आधुनिक सड़कें बनेंगी। साथ ही, इमरजेंसी सेवाओं जैसे एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड के लिए अलग से डेडिकेटेड लेन भी बनाई जाएगी ताकि किसी भी आपदा या आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
इस स्मार्ट सिटी की सबसे खास बात यह होगी कि यह पूरी तरह से हरित ऊर्जा पर आधारित होगी। यहां सोलर पैनल्स, विंड टर्बाइन और बैटरी स्टोरेज जैसी तकनीकों का उपयोग कर ऊर्जा का उत्पादन किया जाएगा। शहर के हर घर में स्मार्ट हाउसिंग सिस्टम होगा, जो ऊर्जा की बचत के साथ-साथ लोगों को स्मार्ट सुविधाएं भी प्रदान करेगा। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक बसें और ईवी कार शेयरिंग सेवाएं इस सिटी को प्रदूषण मुक्त बनाएंगी।
परियोजना के तहत वाई-फाई से जुड़ी इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम, रीजनल कंट्रोल सेंटर और स्मार्ट बिल्डिंग्स के क्लस्टर विकसित किए जाएंगे, जो एक-दूसरे से जुड़कर समन्वित शहरी जीवन की मिसाल पेश करेंगे। यह स्मार्ट सिटी न केवल तकनीकी दृष्टि से विकसित होगी, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी एक आदर्श मॉडल बनेगी।
देवघर में इस ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी के निर्माण से न केवल स्थानीय लोगों को आधुनिक जीवनशैली का लाभ मिलेगा, बल्कि राज्य के शहरीकरण को भी नई दिशा मिलेगी। यह परियोजना झारखंड के भविष्य की तस्वीर बदलने की क्षमता रखती है।
