देवघर। नगर की यातायात व्यवस्था को सुगम और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। नगर पालिका और परिवहन विभाग ने मिलकर एक विस्तृत योजना बनाई है, जिसके अंतर्गत टोटो और ऑटो रिक्शा के माध्यम से शहर के विभिन्न हिस्सों से आईएसबीटी (इंटर स्टेट बस टर्मिनल) तक यात्रा करना अब और अधिक सुविधाजनक और सस्ता होगा।
इस योजना के अंतर्गत अब टोटो-ऑटो से आईएसबीटी तक जाने का किराया तय कर दिया गया है। जल्द ही इस प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी मिलते ही लागू कर दिया जाएगा। इससे न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी सुचारु रूप से संचालित हो सकेगी।
नगर के प्रमुख स्थानों से तय हुआ किराया
नगर के प्रमुख स्थानों से आईएसबीटी तक पहुंचने के लिए प्रस्तावित किराया सूची जारी की गई है। इसमें यात्रियों की सुविधा और दूरी के आधार पर अलग-अलग किराए निर्धारित किए गए हैं। प्रस्ताव के अनुसार:
- रघुनाथपुर चौराहा से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹20, यदि पूरा वाहन लिया जाए तो ₹150।
- रेलवे स्टेशन से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹25, पूरा वाहन ₹200।
- भटवलिया से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹10, पूरा वाहन ₹100।
- लक्ष्मीनगर से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹10, पूरा वाहन ₹100।
- रामगुलाम चौराहा से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹10, पूरा वाहन ₹100।
- रूस्तमपुर से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹10, पूरा वाहन ₹50।
- सुभाष चौक से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹10, पूरा वाहन ₹50।
- बड़ी चौराहे से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹10, पूरा वाहन ₹50।
- नगर पालिका चौक से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹10, पूरा वाहन ₹50।
- कचहरी चौराहा से आईएसबीटी: प्रति सवारी ₹10, पूरा वाहन ₹50।
यह किराया निर्धारण नगर पालिका, आरटीओ और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से किया गया है और शीघ्र ही इसे औपचारिक रूप से लागू किया जाएगा।
बढ़ते ट्रैफिक और अव्यवस्था पर लगेगी लगाम
शहर में ट्रैफिक की बढ़ती समस्या से आमजन परेशान हैं। बाजारों, चौराहों और सरकारी दफ्तरों के आस-पास वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग के कारण जाम की स्थिति बन जाती है। नगर पालिका और परिवहन विभाग ने इस समस्या से निपटने के लिए स्मार्ट प्लान तैयार किया है। टोटो और ऑटो को रूटबेस्ड संचालन की अनुमति देने से यात्रियों को निश्चित मार्गों पर सुविधा मिलेगी और अनावश्यक आवाजाही पर रोक लगेगी।
नगर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अवैध रूप से खड़े वाहनों पर अब सख्ती की जाएगी। खासकर मूविंग एरिया में अब वाहन पार्क करना मना होगा। इसके लिए चालान की व्यवस्था भी तय की जा रही है।
मूविंग एरिया में पार्किंग पर सख्ती
प्रस्ताव में यह भी स्पष्ट किया गया है कि जिन स्थानों को मूविंग एरिया घोषित किया जाएगा, वहां कोई भी वाहन खड़ा नहीं कर सकेगा। यदि कोई वाहन खड़ा पाया गया तो उस पर नगर पालिका एवं ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान किया जाएगा। इसके लिए शहर के प्रमुख इलाकों को चिन्हित किया जा रहा है, जैसे – सुभाष चौक, बड़ी चौराहा, नगर पालिका चौक, कोर्ट एरिया, रेलवे स्टेशन रोड आदि।
इस व्यवस्था से जहां सड़क पर ट्रैफिक फ्लो बेहतर होगा, वहीं टोटो-ऑटो चालकों को भी निश्चित रूट पर संचालन करने की सुविधा मिलेगी। इससे आम लोगों को भी निश्चित समय और किराए में गंतव्य तक पहुंचने की सहूलियत होगी।
यातायात व्यवस्था में बदलाव के अन्य प्रमुख बिंदु
- चिह्नित स्टॉप: टोटो-ऑटो को तय स्टॉप पर ही रुकने की अनुमति होगी। इससे अनावश्यक रुकावटें नहीं होंगी और ट्रैफिक सुगम रहेगा।
- रूट पास जारी होंगे: ऑटो-टोटो चालकों को रूट पास दिया जाएगा जिसमें उनके संचालन क्षेत्र का विवरण होगा। इससे वह मनमाने ढंग से नहीं चल सकेंगे।
- प्रशासन की निगरानी: परिवहन विभाग और नगर पालिका की टीम प्रतिदिन रूट का निरीक्षण करेगी और यदि कोई चालक नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो उस पर जुर्माना लगेगा।
- आईएसबीटी पर पार्किंग सुविधा: आईएसबीटी परिसर में ऑटो-टोटो चालकों के लिए विशेष पार्किंग जोन बनाया जाएगा, जिससे वहां अव्यवस्था ना हो।
- जनजागरूकता अभियान: योजना लागू होने से पहले नगर में अभियान चलाकर लोगों को इस नई व्यवस्था की जानकारी दी जाएगी। बैनर, पोस्टर और प्रचार रथ के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा।
नागरिकों को क्या मिलेगा फायदा?
- निश्चित किराए की वजह से अब यात्रियों से मनमानी वसूली नहीं हो सकेगी।
- रूट आधारित संचालन से कम समय में मंजिल पर पहुंच सकेंगे।
- ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी, जिससे जाम से राहत मिलेगी।
- ऑटो-टोटो चालकों की आमदनी स्थिर होगी और नियमबद्ध संचालन से झगड़े कम होंगे।
- आईएसबीटी पर यात्रियों को आसानी से पहुंचने का साधन मिलेगा।
प्रशासन और जनता के बीच सहयोग की जरूरत
नगर में इस योजना को सफल बनाने के लिए प्रशासन ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है। अधिकारियों का मानना है कि यदि जनता तय रूट और किराए का पालन करे, तो ट्रैफिक की समस्याएं काफी हद तक सुलझाई जा सकती हैं। इसके साथ ही टोटो-ऑटो यूनियन से भी संवाद कर उन्हें इस व्यवस्था के अंतर्गत आने को कहा गया है।
देवघर में परिवहन व्यवस्था को सुधारने की यह पहल न केवल प्रशासनिक स्तर पर एक नई दिशा देने वाली है, बल्कि इसका सीधा लाभ आम जनता को मिलेगा। आईएसबीटी तक सुगम और सस्ता सफर, ट्रैफिक की समस्या का समाधान और व्यवस्थित सार्वजनिक परिवहन – यह सब एक समग्र योजना के तहत जल्द ही हकीकत में बदलने वाला है। अब देखना यह है कि यह योजना कब से लागू होती है और किस हद तक अपने उद्देश्यों में सफल होती है।
