साहिबगंज: पूर्व रेलवे ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर संयुक्त क्रू बुकिंग लॉबी में लोको पायलटों ने शाखा सचिव नीतीश कुमार प्रभाकर की अध्यक्षता में धरना प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन सहायक पायलट और गार्ड से मालगाड़ी में हैंड ब्रेक लगवाने के हालिया आदेश के खिलाफ था।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पहले रेलवे के नियम जीआर 5.23 के अनुसार, स्टेशन स्टाफ, जैसे पॉइंट्स मैन, यार्ड में खड़ी लोडिड मालगाड़ियों को रोल डाउन से बचाने के लिए आगे और पीछे से 6-6 वैगनों में हैंड ब्रेक लगाते थे। ब्लॉक सेक्शन में यह जिम्मेदारी लोको पायलट और गार्ड निभाते थे।
हालांकि, सब्सिडियरी नियमों में बदलाव करते हुए अब हैंड ब्रेक लगाने का काम जबरदस्ती सहायक लोको पायलट और ट्रेन मैनेजर से कराने को कहा जा रहा है। रनिंग स्टाफ का कहना है कि यह आदेश रेलवे नियमों के विरुद्ध है और उन्होंने प्रिंसिपल चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर के इस आदेश का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
कर्मचारियों ने यह भी कहा कि रेलवे प्रशासन एक तरफ सिग्नल पास्ड एट डेंजर (एसपीएडी) को शून्य करने, मानसिक तनाव न लेने और माइक्रो स्लीप न होने जैसे फरमान जारी करता है, वहीं दूसरी ओर काम के घंटे 12 से अधिक किए जा रहे हैं और अब हैंड ब्रेक लगवाने व खुलवाने का अतिरिक्त काम भी सौंपा जा रहा है। उनका मानना है कि इससे रनिंग स्टाफ पर अतिरिक्त मानसिक दबाव बढ़ेगा और दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाएगा।
इस विरोध प्रदर्शन में अमरजीत, दिवाकर, रवि रंजन, रंजन, गोपाल, रोहित आनंद, धनंजय, पीके प्रभाकर, सचिन, संतोष, शिवम, विनय और अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
