नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश से लेकर जम्मू-कश्मीर तक, इन दिनों हो रही भीषण बारिश की वजह से भयानक तबाही मची है. दोनों ही जगहों के कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. जम्मू- कश्मीर के डोडा में बादल फटने से तबी नदी रौद्र रूप दिखा रही है. डोडा में बारिश और बाढ़ में 4 लोगों की जान जा चुकी है. माता वैष्णो देवी में अर्धकुमारी के पास हुई लैंडस्लाइड में अब तक 32 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. खराब मौसम के कारण वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई है. हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर भारी बारिश की वजह से भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने से दुकानें बह गईं, इमारतें ढह गईं, राजमार्गों से संपर्क टूट गया और आवासीय इलाके जलमग्न हो गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, सोमवार शाम से राज्य में 12 बार अचानक बाढ़ आने, दो बड़े भूस्खलन और एक बार बादल फटने की सूचना मिली है. लाहौल और स्पीति जिले में 9, कुल्लू में 2 और कांगड़ा में अचानक बाढ़ आई है । वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन में जानमाल के नुकसान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर भूस्खलन के कारण लोगों की जान जाने की खबर दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. मैं सभी के सुरक्षित और सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं. आपको बात दें जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटों की भारी बारिश ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जम्मू में 380 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो 1910 में वेधशाला की स्थापना के बाद से सबसे अधिक है. इससे पहले का रिकॉर्ड 25 सितंबर 1988 का था, जब 270.4 मिमी बारिश हुई थी. 23 अगस्त 1996 को दर्ज 218.4 मिमी वर्षा का आंकड़ा भी पीछे छूट गया. भारी बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड को देखते हुए उत्तर रेलवे ने 38 ट्रेनों को रद्द कर दिया
