डेस्क : आजकल की भागदौड़ भरी दुनिया में लोग अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते है, ख़ास तौर पर मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या यदि लोगों को होती है है तो उन्हें इसका एहसास तक नहीं होता. ये एक ऐसी समस्या है जिसे हर कोई नज़र अंदाज़ करता है. यदि शरीर में किसी प्रकार की तक़लीफ हो या बीमारी हूँ तो लोग उसे बड़ा मानते हैं यामगर यूँ कह लें की गंभीरता से लेते है. मगर मानसिक तनाव से जुड़ी किसी भी समस्या को लोग महसूस तक नहीं कर पाते. आज भी देश में इसे कोई बीमारी नहीं मानी जाती है. कई लोग इससे अनजान है कि मानसिक स्वास्थ्य भी उतने ही ज़रूरी है जितनी अन्य चीज़ें. ऐसे में इस बात का ख़ास धयान रखते हुए अब एक स्कूल में मेंटल हेल्थ काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. इसी के साथ ही ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य बन गया है. जिसमें स्कूल में ऐसी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और वो राज्य है
आंध्र प्रदेश के इस स्कूल में ही मेंटल हेल्थ काउंसलिंग के लिए 255 काउंसलर नियुक्त किए गए हैं . ऐसे
में ये काउंसलर बच्चों के व्यवहार पर अपनी नजर रखते हैं. उनसे बातचीत करते हैं और बच्चों की मानसिक स्थिति को समझते हुए उनके तनाव से जुड़ी समस्या हो या सोशल मीडिया से जुड़ी लत इन तमाम चीज़ों से दूर करने की कोशिश की जाती है. बच्चों के मेंटल हेल्थ को लेकर ये ख़ास पहल है. जिस प्रकार आज की दुनिया में बच्चे कॉम्पीटिशन में तनावपूर्ण हो जाते हैं ऐसे में इस प्रकार की पहल बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर एक बेहतर असर डालेगी.
