चेन्नई: एआईएडीएमके के प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी (EPS) की हालिया दिल्ली यात्रा को लेकर तमिलनाडु की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने उन पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि EPS ने वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा से खुद को दूर रखकर मुस्लिम समुदाय के अधिकारों की अनदेखी की।
‘चुपचाप दिल्ली पहुंचे, चार कारें बदलीं, फिर अमित शाह से मिले’
स्टालिन ने दावा किया कि “पलानीस्वामी विधानसभा सत्र के दौरान अचानक गायब हो गए। सुबह-सुबह बिना किसी को बताए दिल्ली पहुंचे। वहाँ पहुँचकर उन्होंने चार बार गाड़ियाँ बदलीं, मानो कोई घोटालेबाज अपनी पहचान छिपा रहा हो। इसके बाद वे सीधे गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुँचे।”
विधेयक पर अनुपस्थिति को लेकर सवाल
स्टालिन ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक मुस्लिम समुदाय के अधिकारों को प्रभावित करने वाला था, और तमिलनाडु ही नहीं, पूरे देश में इसका विरोध हुआ। इसके बावजूद EPS विधानसभा में मौजूद नहीं थे, जिससे उनकी मंशा पर सवाल उठते हैं।
AIADMK नेताओं में हड़कंप, घबराहट में फोन कॉल्स
मुख्यमंत्री स्टालिन ने AIADMK नेताओं की हालत पर तंज कसते हुए कहा कि “विधानसभा में पार्टी नेता असमंजस में थे। कोई एक-दूसरे से नजरें चुरा रहा था, तो कोई घबराकर फोन कॉल कर बाहर जा रहा था।”
‘पहले सरकार बनाने का दावा, अब विपक्ष बनने की तैयारी’
स्टालिन ने EPS के बयानों पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “पहले AIADMK कहती थी कि वह अगली सरकार बनाएगी, लेकिन अब वही नेता खुद को अगला विपक्षी दल बताने लगे हैं।” पलानीस्वामी की इस मुलाकात को लेकर अटकलें तेज हैं। क्या यह तमिलनाडु की राजनीति में किसी बड़े बदलाव के संकेत हैं? इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
