केंद्रीय एजेंसी ने 3-4 बार हरियाणा पुलिस को इस बारे में सतर्क भी किया था, लेकिन पुख्ता सबूतों के अभाव में हरियाणा पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस मामले पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और अपील की है कि सुरक्षा एजेंसियां ऐसे यूट्यूबर, मीडिया इन्फ्लुएंसर और बेरोजगार पत्रकारों की संपत्ति और विदेशी लिंक की जांच करें.यह मामला उस नेटवर्किंग का उदाहरण बन गया है, जिसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI प्रभावशाली लोगों को अपने जाल में फंसाकर जासूसी के लिए इस्तेमाल करती है. दुबे ने कहा कि ISI किस तरह इन्फ्लुएंसर्स को अपने नेटवर्क में शामिल करती है और उन्हें लालच देकर धीरे-धीरे देश विरोधी गतिविधियों में धकेल देती है, यह केस उसकी क्लासिक मिसाल है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसे और भी लोग हैं, जो सोशल मीडिया की आड़ में देशविरोधी एजेंडा चला रहे हैं? बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विटर पर लिखा, “पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हुए पकड़ी गईं ज्योति मल्होत्रा के कारनामों को देखते हुए NIA और ED को चाहिए कि वे यूट्यूबर, मीडिया इन्फ्लुएंसर, फेसबुक पत्रकार, बेरोजगार पत्रकारों के पिछले 5 सालों के विदेशी दौरे, विज्ञापन, बैंक अकाउंट, गाड़ी और मकान की जांच करें. क्या पता वे भी किसी विदेशी ताकतों के साथ मिलकर भारत विरोधी एजेंडा तो नहीं चला रहे हैं?” उन्होंने अपने ट्वीट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भी टैग किया.
दुबे का यह बयान ऐसे समय आया है, जब भारत में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और स्वतंत्र पत्रकारों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
